Morari bapu biography of martin
This conference explored ways and means to deal with the discord among major religions, according to Morari Bapu.
Morari Bapu's Early Life and Background Born on March 2, , in Talgajarda village in Gujarat, Morari Bapu grew up in a family deeply rooted in the Nimbarka.!
मोरारी बापू राम चरित्र मानस के एक प्रसिद्ध प्रतिपादक हैं, मोरारी बापू, पूर्ण नाम मोरारिदास प्रभुदास हरिणी का जन्म 25 सितंबर 1947 को महुआ , गुजरात के निकट गांव तलगाजारदा में अस्थि कृष्ण अमावास्या के शुभ दिन पर हुआ था। और अब भी वह अपने परिवार के साथ वहां रहते हैं ।
मोरारी बापू | |
जन्म | 25 सितंबर 1947 को महुआ , गुजरात |
- 1 संक्षिप्त परिचय
2 कथा वाचन
3 सन्दर्भ
संक्षिप्त परिचय
वह वैष्णव बावा साधु निंबार्का वंश से संबंधित हैं, और उन्होंने दादा और गुरु त्रिभुवनदास और दादी अमृत मा की छाँव में अपना ज़्यादातर बचपन गुज़ारा। उनकी दादी प्रेम से घंटों तक उनको लोक कथाएं सुनाती थीं, और उनके दादा उनके साथ राम चरित मानस के ज्ञान को साझा करते थे। बारह साल की उम्र में ही बापू ने पूरे राम चरित मानस को याद किया और चौदह वर्ष में राम कथा को पढ़ना और गायन करना शुरू कर दिया था।
रामायण पढ़ने की उल्लेखनीय यात्रा, जो तीन गांव के लोगों की उपस्थिति से शुरू हुई, ने अब बापू को दुनिया के सभी कोन